10 लाख कल्पवासियों ने किया अमृत स्नान, मां सरस्वती का पूजन
अखाड़ों की दिव्य शोभायात्रा निकली
प्रयागराज. agency…
प्रयागराज में बसंत पंचमी के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम पर भव्य दृश्य देखने को मिला। महाकुंभ में कल्पवास कर रहे 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन ही कला, संस्कृति, विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती का प्राकट्य हुआ था।
ब्रह्म मुहूर्त से ही कल्पवासी मौन व्रत धारण कर संगम तट की ओर बढ़े। विभिन्न अखाड़ों ने परंपरागत दिव्य शोभायात्रा निकाली और अमृत स्नान किया। श्रद्धालुओं ने विधिवत स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दिया और मां सरस्वती का पूजन किया।
त्रिवेणी संगम की महिमा को और बढ़ाती हुई एक विशेष मान्यता है कि वर्तमान में मां सरस्वती यहीं अंतः सलिला रूप में गंगा-यमुना के संगम में विराजमान हैं। श्रद्धालुओं ने स्नान के उपरांत मां सरस्वती को श्वेत वस्त्र और पुष्प अर्पित किए। विद्वानों और कथावाचकों ने अपने शास्त्रों और ग्रंथों का पूजन किया। इसके बाद दही-चूड़ा का दान और प्रसाद वितरण किया गया।
महाकुंभ मेला क्षेत्र के विभिन्न सेक्टरों में डेरा डाले कल्पवासी पूरे माघ मास में तीनों काल नियमपूर्वक गंगा स्नान और व्रत का पालन कर रहे हैं। शहर में साहित्य, कला, संगीत और शिक्षा से जुड़े लोगों ने भी विभिन्न स्थानों पर मां सरस्वती का विशेष पूजन किया।सोमवार को सुबह 8 बजे तक 62.25 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। इसके साथ ही महाकुम्भ में स्नानार्थियों की कुल संख्या 35 करोड़ के पार हो गई। अभी महाकुम्भ को 23 दिन शेष है और पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की संख्या 50 करोड़ के ऊपर जा सकती है।
——————————————————————-
महाकुम्भ में देखने को मिल रही विविध संस्कृतियों की झलक
प्रयागराज में श्रद्धालुओं के जोश और उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। पूरे देश और दुनिया से पवित्र त्रिवेणी में श्रद्धा और आस्था के साथ डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु प्रतिदिन करोड़ों की संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं। बसंत पंचमी के अंतिम अमृत स्नान पर भी सुबह से ही करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम स्नान को पहुंचे।रविवार 2 फरवरी को करीब 1.20 करोड़ ने स्नान किया था, जिसके बाद कुल स्नानार्थियों की संख्या 35 करोड़ के करीब पहुंच गई थी, जिसने सोमवार सुबह यह आंकड़ा पार कर लिया। स्नानार्थियों में 10 लाख कल्पवासियों के साथ-साथ देश विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत शामिल रहे।
—————————————————–
स्नान पर्व पर उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़
यदि अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था। एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई।
—————————————————
ये प्रमुख लोग अब तक लगा चुके हैं पावन डुबकी
गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ (मंत्रिमंडल समेत) संगम में डुबकी लगा चुके हैं। इसके अलावा राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी, राज्य सभा सांसद सुधा मूर्ति, असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे, गोरखपुर के सांसद रवि किशन, हेमा मालिनी, बॉलीवुड एक्ट्रेस भाग्यश्री, अनुपम खेर, मिलिंद सोमण, एक्ट्रेस से किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं ममता कुलकर्णी, कवि कुमार विश्वास, क्रिकेटर सुरेश रैना, खली और कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा भी संगम में स्नान कर चुके हैं।
