बाल युवा संस्कार शिविर का हुआ शुभारंभ, विद्वानगण देगे बच्चो को जैन धर्म की शिक्षा और संस्कार।
शिविर में चार भागों में अलग अलग क्लास लगाई गई। शिविर में सुबह- शाम बच्चो में डालेंगे धर्म और ज्ञान के संस्कार।
हिंदुस्तान समाज ग्वालियर . संस्कार बिना की सुविधाएं पतन का कारण होती है। इसलिए बच्चों में जैन धर्म के संस्कार एवं नैतिक सदाचार के संस्कार डालने के लिए श्री दिगंबर जैन त्रिभुवन तिलक सीमंधर जिनालय फालका बाजार में श्री आदिनाथ महिला मंडल के तत्वाधान में बाल- युवा संस्कार शिविर का आयोजन 04 से 10 मई तक सात दिवसीय शिविर आयोजित किया जायेगा। जिसमे आज शनिवार को सुबह शिविर का शुभारंभ किया गया।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि इस बाल युवा संस्कार शिविर शुभारंभ विद्वानगणों मंत्रो के साथ केसरिया ध्वजारोहण श्रीमती मधु सतीश जैन परिवार ने किया। वही शिविर मंडप का फीता सुनता जैन अजीत जैन चच्चू खोलकर किया वही बच्चो की अध्ययन करने वाली किट का विमोचन रजनी जैन सुखानंद जैन परिवार ने किया। शिविर में विद्वानगणों ने अपने हाथो से बच्चो को अध्ययन करने के लिए किट भी प्रदान की। शिविर के प्रथम दिन ढाई सौ से अधिक शिवरार्थियों ने पहुंचकर धार्मिक शिक्षा लेने का लाभ लिया। इस अवसर पर समाज के सभी महानुभावों से अपने बच्चों सहित भाग लेने के लिए आव्हान किया गया।
ये विद्वानगण देगे संस्कार शिविर के शिवार्थियो को ज्ञान की शिक्षा।
इस शिविर में शिवर्थियो को अध्यापन कार्य करने के लिए उज्जैन से वरिष्ठ विद्वान पंडित श्री प्रकाश चंद जी झांझरी, पंडित अशोक जी जैन व शिवपुरी से पंडित श्री ध्रुव शास्त्री जी पधारे हैं। साथ ही स्थानीय विद्वान शिक्षकों के द्वारा दी जाएगी।
शिविर में चार भागों में अलग अलग क्लास लगाई जाएगी।।
अजीत कुमार अंचल ने बताया कि बाल युवा संस्कार की विभिन्न कक्षाओं में प्रथम शिशु वर्ग, दूसरा बाल वर्ग, तीसरी किशोर वर्ग और चौथी युवा वर्ग आदि को गहन अध्ययन कराया जाएगा।
शिविर में सुबह और शाम को प्रतिदिन ये रहेंगे कार्यकम।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि शिविर में बच्चो के लिए प्रतिदिन सुबह 6 :45 से 08 बजे तक भगवान जिनेद्र का अभिषेक और पूजन होगा। वही 8:15 से 9:30 बजे तक विभिन्न कक्षाएं लगेगी। 9:30 से 10 बजे तक सामूहिक कक्षाएं लगेगी। वही शाम को 7:15 से 8 :15 तक भगवान जिनेंद्र की भक्ति, 8: 15 से 09 बजे तक कक्षाएं और 09 बजे से सांस्कृतिक कार्यकम होगे।
