नई दिल्ली।एजेंसी
नौतपा के पांचवें दिन बुधवार को देश में सबसे ज्यादा गर्मी का रिकॉर्ड दिल्ली ने तोड़ दिया। मंगेशपुर में दोपहर का तापमान 52.3 डिग्री दर्ज किया गया। दिल्ली में बारिश भी शुरू हाे गई है।दिल्ली में पानी की कमी के बीच केजरीवाल सरकार ने पाइप से कार धोने पर 2 हजार रुपए जुर्माना लगाने का निर्देश दिया है। 200 लोगों की टीम पानी की बर्बादी की मॉनिटरिंग करेगी।
दिल्ली के बाद राजस्थान का चूरू शहर 50.5 डिग्री तापमान के साथ देश का दूसरा सबसे गर्म शहर रहा। राजस्थान में गर्मी से 23 से 29 मई तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है।बिहार के भी कई जिलों में पारा 48 डिग्री के करीब पहुंच चुका है। भीषण गर्मी से यहां बुधवार को 8 जिलों में 80 बच्चे बेहोश हो गए। राज्य में दो दिन हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने देश के 7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों- पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में बुधवार के लिए हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग ने बुधवार को बताया कि मानसून अगले 24 घंटे में केरल तट से टकरा सकता है। अगले एक हफ्ते में यह देश के बाकी हिस्सों तक पहुंच सकता है।26 मई को बंगाल में आए तूफान रेमल का असर असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में है। यहां 1 जून तक बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
ग्वालियर में जानलेवा साबित होने लगी भीषण गर्मी
48 डिग्री तापमान के बीच 2 बच्चों की मौत
hindustan samaj. ग्वालियर।
ग्वालियर उपनगर के रमटापुरा में एक मजदूर परिवार पर नौतपा का कहर दुखों का पहाड़ बनकर टूटा. नाबालिग भाई-बहन ने भीषण गर्मी में देखते ही देखते अपनी जान गंवा दी. दोनों बच्चे अपने परिजनों के साथ 48 डिग्री सेल्सियस तापमान में करीब 100 किलोमीटर से ज्यादा दूर मुरैना जिले के कैलारस के एक गांव में मां और दादी के साथ ऑटो से गए थे. ग्वालियर में मंगलवार को इस सीजन का सबसे ज्यादा तापमान 48 डिग्री सेल्सियस था. इस दौरान यात्रा करना 12 साल की लड़की और 10 साल के लड़के पर जानलेवा साबित हुआ.
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परिजनों के साथ मुरैना से घर लौट रहे थे बच्चे
पीड़ित परिजनों ने बताया “मुरैना से घर लौटते वक्त 12 साल की मोना शाक्य की तबीयत बिगड़ गई. उसकी तबीयत पहले से ही खराब थी. उसका 10 साल का भाई अभिषेक अच्छा भला था. वह अपनी मां और दादी के साथ घूमने की चाह में जिद करके साथ चला गया था. मुरैना के जौरा में पहले बहन मोना की तबीयत खराब हुई.” परिजन जब तक उसे डॉक्टर के पास ले जाते, तब तक भाई अभिषेक भी बैठे-बैठे कुर्सी से गिर गया. परिजन तुरंत दोनों बच्चों को बिरला अस्पताल ले गए, यहां डॉक्टरों ने बच्चों की मौत को प्रारंभिक तौर पर हीटवेव बताया.
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बिरला अस्पताल ने नहीं दी प्रशासन को सूचना
इतनी बड़ी घटना के बाद भी बिरला अस्पताल ने इस बारे में स्वास्थ्य विभाग को कोई सूचना नहीं दी. इस बारे में जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आरके राजोरिया से बात की गई तो उन्होंने कहा “उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है. यदि बच्चे बिरला अस्पताल गए थे तो अस्पताल प्रबंधन को इस बारे में जिला प्रशासन अथवा सीएमएचओ को अवगत कराना था. ऐसा क्यों नहीं किया गया है, वह अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर रहे हैं.” वहीं, बताया जाता है कि दोनों बच्चे भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों को नहीं झेल सके और मौत का शिकार हो गए.
टूट गए अब तक के सारे रिकॉर्ड, दिल्ली @ 52.3 डिग्री
