>> मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का किया अनावरण
>> 100 वीं जन्म शताब्दी का प्रारंभ अवसर हम सभी के लिए होगा प्रेरणादायी
hindustan samaj मुरैना। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण करते हुये कहा है कि हम सबको उनके बताये हुये रास्तों पर चलते हुये देश व प्रदेश तरक्की को प्राथमिकता पर रखना चाहिये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश-राजस्थान में चम्बल, काली सिंध, पार्वती जैसी नदियों को जोड़ने की परियोजनाओं का कार्य प्रारंभ कर दिया है, इन नदियों के जुड़ने से मध्यप्रदेश के हर खेत को पानी मिलेगा और उन खेतों से अन्न के रूप में सोना निकलेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश के लिये भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी प्रेरणा स्त्रोत रहे है। वह एक सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। आज उनकी प्रतिमा का अनावरण मुरैना की जनता के साथ करते हुये मुझे काफी प्रशन्नता हो रही है। इस प्रतिमा के समीप से जो व्यक्ति गुजरेगा, वह स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के आदर्शो से प्रेरणा लेते हुये अपने जीवन में उतारने की कोशिश करेगा। अटल जी द्वारा किये गये कार्यो को देश कभी नहीं भूल सकता, उन्होंने जो सपना देखा था, उस सपने को साकार करने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर एक गांव को पक्की सड़को से जोड़ने का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
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ये रहे साथ
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, मुरैना जिले के प्रभारी मंत्री करण सिंह वर्मा, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ऐदल सिंह कंषाना, खजुराहो सांसद बी.डी. शर्मा, मुरैना-श्योपुर के सांसद शिवमंगल सिंह तोमर, विधायक मुरैना दिनेश गुर्जर, सबलगढ़ विधायक श्रीमती सरला रावत, महापौर श्रीमती शारदा सोलंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती गुर्जर, पूर्व मंत्री मुंशीलाल, गिर्राज डंडोतिया, पूर्व विधायक रघुराज सिंह कंषाना, चम्बल-ग्वालियर कमिश्नर मनोज खत्री, आईजी चम्बल सुशांत सक्सेना, डीआईजी कुमार सौरभ, कलेक्टर अंकित अस्थाना, पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ, सीईओ जिला पंचायत कमलेश कुमार भार्गव, परशुराम मुदगल, बलवीर सिंह डंडोतिया, राकेश मावई, अजब सिंह कुशवाह, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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10 घड़ियाल चंबल में छोड़े
राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण देश की महत्वपूर्ण प्राकृतिक धरोहर: मुख्यमंत्री
चंबल अभ्यारण में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 10 घड़ियाल शावकों को उनके
प्राकृतिक आवास में छोड़ा गया
मुरैना
10 घड़ियाल 1 नर व 9 मादा 17 जनवरी, 2025 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण मुरैना में छोड़े गए है। इस अवसर पर उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ऐदल सिंह कंषाना, खजुराहो सांसद बी.डी. शर्मा, सबलगढ़ विधायक श्रीमती सरला रावत उपस्थित थीं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि चम्बल अभ्यारण्य हमारे देश की प्राकृतिक संपदा है। यहां दुर्लभ प्रकार की प्रजातियों का संरक्षण किया जा रहा है। बदलते हुये जलवायु के दुष्परिणामों के कारण इन प्रजातियों को नुकसान पहुंच रहा है। मध्यप्रदेश हमेशा से जैव विविधता के लिये महत्वपूर्ण प्रजातियों के संवर्धन एवं संरक्षण के लिये तत्पर रहा है।
राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य मुरैना में सन् 1981 से घड़ियाल ग्रो एण्ड रिलीज प्रोग्राम शुरु किया गया था। तब चंबल नदी में घड़ियाल की संख्या 100 से कम थी। उक्त प्रोग्राम से घड़ियाल पुनर्वास केंद्र देवरी पर प्रति वर्ष चंबल नदी से दो सौ अंडे लाकर देवरी केंद्र में घड़ियाल के शावकों को पालकर 120 सेंटीमीटर का होने पर प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जाता हैं। मुरैना वन विभाग के अनुसार चंबल अभयारण्य में प्रति वर्ष जलीय जीवों का सर्वेक्षण माह फरवरी में किया जाता हैं। वर्ष 2024 की गणना में चंबल अभयारण्य में कुल 2456 घड़ियाल पाये गये थे। घड़ियाल पुनर्वास केंद्र पर 2024 बैच के 70,2023 बैच के 95, 2022 बैच के 85, 2021 बैच के 38 इस तरह कुल 288 घड़ियाल थे। इस वर्ष 108 घड़ियाल चंबल में छोड़ने की अनुमति वन विभाग को प्राप्त हुई है। जिनमें से 13 जनवरी 2025 को 4 नर, 21 मादा कुल 25, 19 जनवरी 2025 को 2 नर, 30 मादा कुल 32, 29 जनवरी 2025 को 10 नर, 11 मादा कुल 21, 6 फरवरी 2025 को 12 नर, 8 मादा कुल 20, इस वर्ष अभी तक 98 घड़ियाल रिलीज किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने चंबल सफारी का भ्रमण किया एवं घड़ियाल संरक्षण के बारे में वन विभाग से जानकारी ली।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा – पीएम के नेतृत्व में 70 हजार करोड़ की लागत से मध्यप्रदेश और राजस्थान की नदियों को जोड़कर खेतों को मिलेगा पानी
