*उटंगन नदी पर रेहवाली बांध के लिये सिंचाई विभाग की अनुसंधान व नियोजन खंड की टीम ने किया सर्वेक्षण*

Hindustan samaj आगरा -* आगरा की नदियों में महत्वपूर्ण उटंगन नदी पर फतेहाबाद के रेहावली गांव में बांध बनाये जाने की योजना के क्रियान्वयन के लिये उ प्र सिंचाई विभाग के अनुसंधान एवं नियोजन खण्ड अलीगढ़ के इंजीनियरों की टीम के द्वारा शुक्रवार को सर्वेक्षण कार्य किया गया। सर्वेक्षण दल रेहवली में उटंगन के यमुना नदी में समाहित होने के स्थल से नदी के तटबंधों व तलहटी की स्थिति का जायजा लिया। टेक्निकल दल ने उन स्थलों को आंकलित करने का प्रयास किया जिनमें से किसी एक को अधिक उपयुक्त के रूप में चिन्हित किया जा सके। टीम के सदस्यों ने यमुना नदी की मौजूदा स्थिति का निरीक्षण कर मानसून काल में रहने वाले उफानों के दौरान रहने वाले हालातों का भी आकलन किया। टीम के द्वारा अनुमान लगाया गया कि यमुना नदी लोफलड लेवल (495 फीट ),मीडियम फ्लड लेवल ( 499 फीट) और हाई फ्लड लेवल (508 फीट ) पर पहुंचने के दौरान उटंगन नदी में कितना बैक मारती है। स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि मानसून के दौरान जैसे ही नदी का सामान्य जलस्तर उठना शुरू होता है नदी का पानी उटंगन नदी में बैक मारना शुरू कर देता है। लो फलड लेवल क्रॉस करते ही उटंगन नदी पर आगरा-बाह पुल के पार तक पानी पहुंच जाता है। जबकि मीडियम फ्लड लेवल पर पहुंचते ही नदी का जलस्तर बढ़ने से नगला बिहारी तक पहुंचने लगता है। ग्रामीणों ने बताया कि मानसून काल में दो से अधिक बार यमुना मीडियम फ्लड लेवल को पार करती है।जबकि तीन से ज्यादा बार लो फ्लड लेवल को क्रॉस करती है।

बताया कि इस जल राशि के अलावा उटंगन नदी में मानसून के दौरान फतेहपुर सीकरी,खेरागढ, अछनेरा,किरावली,राजाखेड़ा (राज.के धौलपुर जनपद) आदि विकास खंडों में विस्तृत जलग्राही क्षेत्र का पानी भी पहुंचता है।
उल्लेखनीय है कि उटंगन नदी में जो प्रमुख नदियां मिलती हैं उनमें किबाड (खेरागढ) ,पार्बती (खैर गढ धौलपुर राजस्थान ) ,खारी नदी (किरावली ),डब्लू डी ड्रेन( किरावली) और आगरा कैनाल का टर्मिनल राजवाह( नगला बिहारी फतेहाबाद विकासखंड) शामिल हैं। सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के सदस्यों के द्वारा टेक्निकल टीम को बताया गया कि अगर बांध बन जाता हे तो यमुना नदी से बैक करने से पहुंचने वाली जलराशि के अलावा नदी के अपस्ट्रीम के जल स्रोतों से आने वाली जलराशि भरपूरता के साथ संचय को उपलब्ध होगी।

*खेती को यथा संभव डूब से बचाया जायेगा*

आगरा कैनाल लोअर खंड के एसडीओ ईं.पंकज अग्रवाल ने सर्वेक्षण टीम को सुझाव दिया कि कहा कि बांध ऐसे उपयुक्त स्थाल पर बनाया जाए जिससे कि खेती को जलाशय के डूब क्षेत्र में आने की स्थिति को यथा संभव न्यून रखा जा सके। हालांकि गेटिड स्ट्रक्चर का बांध होने से जल डूब क्षेत्र को काफी हद तक नियंत्रित रखे जाने की व्यवस्था स्वत: ही होगी।

*क्षेत्रीय विधायक जल संचय योजना के पक्ष में*

फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक छोटे लाल वर्मा भी बांध बनाए जाने की योजना के पक्षधर हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता पंडित श्याम सुंदर शर्मा, जिन का राजनीतिक और कार्यक्षेत्र फ़तेहाबाद और बाह रहा है,ने भी इस परियोजना के लाभ का समर्थन ऊच स्तर पर किया है।
उ प्र सिंचाई विभाग के अलीगढ़ स्थित अनुसंधान एवं नियोजन और खंड के अधिशासी अभियंता ने सहायक अभियंता प्रथम, अनुसंधान एवं नियोजन खण्ड अलीगढ़ को आगरा जनपद की फतेहाबाद तहसील के रेहावली और बाह तहसील के रीठे गांव के बीच उटंगन नदी के यमुना नदी में गिरने के स्थल पर गेटिड स्ट्रक्चर या अन्य वैकल्पिक व्यवस्था बनाने हेतु अनुसंधान कर आख्या उपलब्ध करवाने को कहा है।
अलीगढ़ से आयी स्टैडी टीम में एसडीओ- डिज़ाइन रजत सिंह एवं श्री निकुंज जे ई शामिल थे।सिंचाई विभाग आगरा के एसडीओ श्री पंकज अग्रवाल ने दल को सभी अपेक्षित जानकारियां उपलब्ध करवायीं।
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा की ओर से श्री अनिल शर्मा के अलावा राजीव सक्सेना,असलम सलीमी,डा.शिरोमणि सिंह भी इस अवसर पर मौजूद थे।

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