40 मिनट तक खड़ी रही ट्रेन
hindustan samaj मुरैना। भोपाल से दिल्ली जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी. जहां मुरैना रेलवे स्टेशन से 800 मीटर पहले ग्वालियर की ओर रेलवे ट्रैक पर वंदे भारत गैस कटर मशीन से टकरा गई. घटना बुधवार सुबह की है. भारी भरकम उपकरण ट्रेन के टकराने से तेज धमाका हुआ. जिससे पायलट, लोको पायलट सहित ट्रेन में सवार यात्रियों की सांसें अटक गईं. ट्रेन को रोककर 38 से 40 मिनट तक रेलवे के तकनीकी अधिकारियों ने प्रत्येक बोगी की जांच की ओर इंजन में आई खराबी को सही करने के बाद वंदे भारत को रवाना किया.
आपको बता दें की रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से निजामुद्दीन जाने वाली वंदे भारत ट्रेन अपने निर्धारित समय 9 बजकर 41 मिनट से 17 मिनट देरी से 9 बजकर 58 मिनट बजे ग्वालियर स्टेशन पर आई. यहां से वंदे भारत आगरा के लिए रवाना हुई, लेकिन मुरैना रेलवे स्टेशन और शिकारपुर क्रॉसिंग के बीच रेलवे लाइन पर भारी भरकम गैस कटर पड़ा था, जिससे तेज रफ्तार वंदे भारत टकरा गई. गैस कटर से टकराते ही तेज आवाज (धमाका) हुआ. ट्रेन के पायलट और लोको पायलट ने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को मुरैना स्टेशन पर रोका. मामले की जानकारी मिलने के बाद रेलवे विभग के अधिकारी ओर कर्मचारियों में हड़कंप मच गया.
इसके साथ ही वंदे भारत में मौजूद तकनीकी स्टाफ ने नीचे उतरकर पूरी ट्रेन की जांच-पड़ताल की. वंदे भारत के इंजन में आई खराबी को सही किया गया. जब पायलेट ओर लोको पायलेट पूरी तरह से संतुष्ट हो गए. तब ट्रेन को आगरा की ओर रवाना किया गया. मुरैना के एडवोकेट दिलीप पिप्पल ने बताया कि ‘मैं अपने किसी रिश्तेदार को छोड़ने स्टेशन गया था. तभी एक जोरदार धमाके जैसी आवाज सुनाई दी. जैसे किसी गाड़ी का टायर फट गया हो. जब देखा तो वंदे भारत ट्रेन आगरा की ओर जाने वाली स्टेशन पर रुकी. लगभग ये ट्रेन आधा से पौन घंटे रुकी होगी. इस हादसे से वंदे भारत में कोई टेक्निकल प्रॉब्लम आ गई थी. जिसे सही करने के बाद आगे के लिए रवाना किया गया.’
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रेलवे की बड़ी लापरवाही, गनीमत रही टल गया हादसा
रेलवे सूत्रों के अनुसार गर्मियों में पटरियों में होने वाले फैलाव को रोकने के लिए उपयोग में लाया जाने वाला गैस कटर मशीन से काम चल रहा था, लेकिन तकनीकी रेलवे कर्मचारी इस कटर मशीन को ट्रेक से हटाना भूल गए. जिससे तेज रफ्तार वंदे भारत गैस कटर टकरा गया. जिसकी वजह से तेज आवाज आई. पूरे मामले की जांच के लिए ग्वालियर से रेलवे की तकनीकी सेक्शन के अधिकारी मुरैना आए. उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है. घटना की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुरैना जांच के लिए आए तकनीकी अधिकारी किसी भी तरह की बातचीत से बचते दिखे.
चलती वंदे भारत ट्रेन के सामने धमाका, मुरैना में इंजन से वेल्डिंग बेल्ट ट्यूमर टकराया
